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हरियाणा विधानसभा चुनाव के दौरान कार्यवाहक मुख्यमंत्री नायब सैनी और राहुल गांधी के बीच सोशल मीडिया पर जुबानी जंग छिड़ गई है। नायब सैनी ने कांग्रेस पर वंचित विरोधी होने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे पर्ची-खर्ची से युवाओं के भविष्य का सौदा कर रहे हैं। वहीं राहुल गांधी ने पलटवार करते हुए युवाओं के विदेश जाने के मुद्दे को उठाया है।

चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के बीच इंटरनेट मीडिया पर भी जुबानी हमले जारी हैं। इसी कड़ी में मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने इंटरनेट मीडिया के माध्यम से कांग्रेस पर हमला बोलते हुए कहा कि दलित विरोधी कांग्रेस पर्ची-खर्ची से युवाओं के भविष्य का सौदा करने की साजिश रच रही है

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भाजपा सरकार पर पलटवार करते हुए युवाओं के डंकी रास्ते से विदेश जाने को लेकर सवाल खड़े किए हैं। नायब ने अपने इंटरनेट मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा कि जिसके पैरों में वर्षों तक नाल ठोंकी गई हो,उनसे लोहे का स्वाद नहीं पूछते।

दबंगई तो कांग्रेस के हथियार हैं: नायब सैनी

नायब सैनी ने कहा कि हरियाणा के वांचितों को यह बताने की जरूरत नहीं है कि कांग्रेस और हुड्डा का शासन वांचितों के लिए कितना खतरनाक और हिंसक था। उसके डरावने सपने उन्हें आज भी आते हैं। वाचिंत उत्पीड़न के सभी मामलों में हुड्डा सरकार की साफ मिलीभगत थी या मौन समर्थन था।

महज एक कुत्ते के भौंकने पर मिर्चपुर में उस वंचित बेटी को जिंदा जला दिया गया, जो ऑफिसर बनने वाली थी। वह खौफनाक मंजर चाहे गोहाना का हो या मिर्चपुर या फिर भगाना का, कैलेंडर में यह सारी काली तारीखें हुड्डा के राज के समय की ही मिलेंगी

उन्होंने लिखा कि इन्होंने बाबा साहब अंबेडकर से लेकर बाबू जगजीवन राम, सीताराम केसरी, अशोक तंवर और अब एक वंचित महिला नेत्री तक सबको अपमानित और तिरस्कृत किया है। राहुल विदेशी धरती से खुलेआम कहते हैं कि वंचितों का आरक्षण खत्म करना है। यह उनकी पुरानी वंशानुगत मानसिकता है। इनका काम ही है बहका कर वोट लो और बाद में अत्याचार करो। दबंगई कांग्रेस के हथियार हैं, जिनसे सबसे ज्यादा पीड़ित हमारा वंचित समाज होता है।

मजबूरी में विदेश जा रहे युवा: राहुल गांधी

लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने प्रदेश की भाजपा सरकार पर तंज कसते हुए एक्स पर पोस्ट किया कि बड़ी संख्या में युवा बेहतर रोजगार और अवसरों की तलाश में विदेश की ओर रुख कर रहे हैं। बहुत सारे युवा को मजबूरी में डंकी तरीके से जा रहे हैं। भाजपा सरकार के 10 वर्षों के शासन में रोजगार के अवसरों की कमी के चलते यह स्थिति और गंभीर हो गई है।

बेरोजगारी की इस बीमारी ने लाखों परिवारों को अपनों से दूर कर दिया है, जिससे न सिर्फ युवा बल्कि उनके परिजन भी पीड़ित हैं। उन्होंने लिखा कि पिछले एक दशक में भाजपा सरकार ने युवाओं से रोजगार के अवसर छीनकर उनके साथ गहरा अन्याय किया है। टूटी उम्मीदों और हारे मन से मजबूर होकर ये युवा यातनाओं की यात्रा करने को विवश हो रहे हैं। हालांकि, यह स्पष्ट है कि अगर इन्हें अपने देश में, अपनों के बीच जीविका कमाने का पर्याप्त अवसर मिलता तो ये कभी अपना वतन छोड़ने को तैयार न होते।

कांग्रेस ने संकल्प लिया है कि सरकार बनने के बाद एक ऐसी व्यवस्था तैयार की जाएगी, जिससे हरियाणा के युवाओं को विदेश जाने की मजबूरी नहीं होगी। हम राज्य में रोजगार के अवसरों को बढ़ाकर इस समस्या का समाधान करेंगे, ताकि कोई भी युवा अपने सपनों के लिए अपनों से दूर न हो।

जो अपनों के नहीं हुए आपके क्या होंगे: नायब सैनी

एक्स पर एक अन्य टिप्पणी में नायब सैनी ने लिखा है कि पिछले कुछ दिनों से पर्ची-खर्ची के नाम से आपके भविष्य का सौदा कांग्रेस उम्मीदवार और हुड्डा समर्थक कर रहे हैं। मुझे इनकी मानसिकता देखकर दुख भी होता है और गुस्सा भी आता है। आज कांग्रेस घूस, घोटाला और नौकरी की नीलामी को एजेंडा बनाकर चल रही है।

जिन्होंने अपनी पार्टी में कभी मेरिट और योग्यता को बढ़ावा नहीं दिया, वे प्रशासन और सरकार में मेरिट को क्या लागू करेंगे। कांग्रेसी दुकान में केवल युवाओं का भविष्य नीलाम नहीं हो रहा है, बल्कि योग्यता, मेहनत और मां-बाप के सपने भी नीलाम हो रहे हैं। फिर से जमीन बेचनी पड़े, मां के गहने गिरवी रखने पड़ें और किसी नेता, रिश्तेदार, करीबी और बिचौलियों के चक्कर लगाने पड़ें, यह आपके स्वाभिमान का और आपकी क्षमता का अपमान है।

जो बोली कांग्रेसी लगा रहे हैं, वह केवल नौकरी की नहीं बल्कि युवाओं की भी है। कोई गारंटी नहीं है कि जो आज 50 वोटों में या पांच लाख रुपये में नौकरी बेच रहा है, वह 60 वोट और 70 लाख में दूसरे से सौदा नहीं करेगा। जो अपनों के नहीं हुए वे आपके क्या होंगे। नौकरी योग्यता से मिलेगी तो आज नहीं तो कल नंबर आ ही जाएगा। लेकिन नौकरी अगर पर्ची-खर्ची से मिलने लगी तो रास्ता हमेशा के लिए बंद हो जाएगा।

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