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जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले कम से कम दोगुनी सीटों पर दावेदारी कर रही है। हम को सात सीटें मिली थीं जिसमें चार सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी। मगध के साथ पार्टी का दावा उत्तर एवं पूर्वी बिहार और सीमांचल की कुछ सीटों पर भी है।

पटना। विधानसभा चुनाव की आहट के साथ ही दलों में सीटों को लेकर माथापच्ची शुरू हो गई है। केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) भी इस बार पिछले चुनाव के मुकाबले कम से कम दोगुनी सीटों पर दावेदारी कर रही है।

पिछले चुनाव में मिली थीं सात सीटें

पिछले विधानसभा चुनाव में एनडीए का हिस्सा रहे हम को सात सीटें मिली थीं, जिसमें चार सीटों पर पार्टी को जीत मिली थी। इस बार हम 15 से 20 सीटों पर दावेदारी कर रही है। इसमें मगध के साथ पार्टी का दावा उत्तर एवं पूर्वी बिहार और सीमांचल की कुछ सीटों पर भी है।

पार्टी का कहना, दावेदारी गलत नहीं

पार्टी का मानना है कि यह दावेदारी गलत नहीं है। पार्टी ने स्थापना के बाद 2015 में अपना पहला विधानसभा चुनाव 21 सीटों पर लड़ा था। हालांकि उस समय जदयू एनडीए का हिस्सा नहीं थी। सूत्रों के अनुसार, एनडीए में सीटों के बंटवारे पर जुलाई में निर्णय हो सकता है।

हम का प्रभुत्व मगध क्षेत्र में अधिक माना जाता

दरअसल, हम का प्रभुत्व मगध क्षेत्र में अधिक माना जाता है। पिछले चुनाव में हम ने गया के बाराचट्टी, टिकारी और इमामगंज जबकि जमुई की सिकंदरा सीट से जीत भी दर्ज की थी। इसके अलावा जहानाबाद की कस्बा, औरंगाबाद की कुटुम्बा और पूर्णिया की कस्बा सीट से भी अपने उम्मदीवार उतारे थे।

पांच सालों में पार्टी का कद बढ़ा

हम के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता श्याम सुंदर शरण का कहना है कि पिछले पांच सालों में पार्टी का कद और ताकत दोनों बढ़े हैं। राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन ने जिलास्तर पर कार्यकर्ता सम्मेलन का आयोजन किया है। पार्टी ने सदस्यता अभियान भी चलाया और पंचायत स्तर पर कार्यकर्ताओं को जोड़ा है।

इन विधानसभा की तैयारी में हम

ऐसे में इस बार गया, जहानाबाद, औरंगाबाद के अलावा नवादा, मुजफ्फरपुर, समस्तीपुर, खगडि़या, मुंगेर, पूर्णिया और सहरसा जैसे जिलों में भी हम मजबूत स्थिति में है। इन जिलों की सीटों पर भी पार्टी चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।

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