
दिल्ली में बारिश के दौरान जलभराव से लोगों की जान जाने की घटनाएं आम हैं। पिछले साल कई लोगों की जान गई पर इस साल भी हालात नहीं बदले। ओल्ड राजेंद्र नगर में पिछले साल जलभराव से तीन छात्रों की मौत हो गई थी। बड़ा बाज़ार रोड पर नाला निर्माण अधूरा है जिससे जलभराव का खतरा बना हुआ है।एमसीडी और पीडब्ल्यूडी दोनों एजेंसियां काम पूरा करने में विफल रहीं।
नई दिल्ली। राजधानी दिल्ली में वर्षा के दौरान जलभराव के कारण लोगों की जान जाना आम हो चुका है। पिछले वर्ष 30 से अधिक लोग मानसून में विभिन्न दुर्घटनाओं में अपनी जान गंवा चुके थे। बावजूद इस वर्ष दिल्ली में स्थिति कोई खास परिवर्तन देखने को नहीं मिल रहा है।
सबसे बड़ा उदाहरण ओल्ड राजेंद्र नगर है। यहां राव स्टडी सर्किल के बेसमेंट में गत वर्ष 27 जुलाई को वर्षा के दौरान जलभराव होने से सिविल सर्विस परीक्षा की तैयारी कर रहे तीन अभ्यर्थियों की डूबने से मौत हो गई थी। छात्रों की मौत के बाद एजेंसियों ने कई दावे किए थे लेकिन यहां पर जमीनी स्तर पर कोई भी दावा मूर्त रूप लेता नहीं दिख है।
जलभराव न हो इसके लिए बड़ा बाजार रोड पर दोनों तरफ नाले का निर्माण किया जा रहा था, लेकिन यह कार्य अब तक पूरा नहीं हो पाया है। जबकि इसे मार्च में तैयार हो जाना चाहिए था। बाद में इसकी समयसीमा 30 मई निर्धारित की गई थी। अब मानसून दस्तक देने को तैयार है। ऐसे में अभी भी लगभग 20 प्रतिशत काम बचा हुआ है।
एमसीडी ने दोनों तरफ ढाई मीटर गहरी नाली का निर्माण किया
यहां जलभराव के लिए दो एजेंसिया प्रमुख तौर पर जिम्मेदार थीं, लेकिन दोनों ही एजेंसियां समय रहते कार्य पूरा नहीं कर पाई है। ओल्ड राजेंद्र नगर के बड़ा बाजार रोड पर एमसीडी ने सड़क के दोनों तरफ ढाई मीटर गहरी नाली का निर्माण किया है लेकिन अभी भी शंकर रोड से बड़ा बाजार रोड की ओर जाने वाले रास्ते पर यह काम चल रहा है। काम पूरा न होने की वजह से नाले के निर्माण के कारण मलबा जगह-जगह पड़ा हुआ है। जिसकी वजह से वर्षा होने पर मलबा भी पानी के साथ बहकर जलभराव की स्थिति उत्पन्न कर सकता है।
वहीं, काम पूरा न होने से खुदी पड़ी सड़क पर जलभराव के कारण लोग दुर्घटनाओं के शिकार भी हो सकते हैं क्योंकि काम के लिए कोई बेरिकेडिंग नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो ओल्ड राजेंद्र नगर में इस बार भी जलभराव का सामना करना पड़ सकता है।
अब शुरू हुआ है पीडब्ल्यूडी का काम
वहीं, काम पूरा न होने से खुदी पड़ी सड़क पर जलभराव के कारण लोग दुर्घटनाओं के शिकार भी हो सकते हैं क्योंकि काम के लिए कोई बेरिकेडिंग नहीं की गई है। स्थानीय लोगों का कहना है कि निर्माण कार्य पूरा नहीं हुआ तो ओल्ड राजेंद्र नगर में इस बार भी जलभराव का सामना करना पड़ सकता है।
अब शुरू हुआ है पीडब्ल्यूडी का काम
एमसीडी ने तो बड़ा बाजार रोड पर नाली बनाने का काम मार्च माह में पूरा करने का लक्ष्य रखा था जो कि अभी तक नहीं हो पाया है। ऐसे में जल निकासी के लिए पीडब्ल्यूडी द्वारा पूसा रोड पर जो काम शुरू किया गया है वह कब पूरा होगा इसका अंदाजा लगाया जा सकता है। यहां पर पीडब्ल्यूडी शंकर रोड से बड़ा बाजार रोड के जरिये आने वाले वर्षा के पानी को निकासी के लिए पाइपलाइन बिछा रहा है। ऐसे में अभी वर्षा हो जाए तो खोदाई के काम के चलते पानी निकासी की बजाय अवरोध होगा जिससे जलभराव होगा।
निगम के उच्च अधिकारियों के आदेश से बड़ा बाजार रोड के दोनों तरफ नाले का निर्माण किया जा रहा है। काफी काम हो चुका है। अगामी दस दिन में इसका कार्य पूरा कर दिया जाएगा। - आरती चावला, पार्षद, राजेंद्र नगर
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