
गुरुग्राम सोहना और जयपुर से दिल्ली एयरपोर्ट जाने वालों के लिए खुशखबरी है। द्वारका एक्सप्रेसवे पर बनी ढाई किलोमीटर की टनल 29 मई से दोपहर 12 से 3 बजे तक खुलेगी। इससे एयरपोर्ट जाने में आसानी होगी और दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर ट्रैफिक कम होगा। फिलहाल कुछ वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा। यह टनल द्वारका एक्सप्रेसवे का हिस्सा है जिससे मानेसर से पालम एयरपोर्ट तक 30 मिनट में पहुंचा जा सकेगा।
गुरुग्राम। गुरुग्राम, सोहना और जयपुर की तरफ से आने वाले लोगों को दिल्ली एयरपोर्ट जाने में आसानी होगी। द्वारका एक्सप्रेसवे पर दिल्ली क्षेत्र में बन रही ढाई किलोमीटर की टनल का काम पूरा हो चुका है। इसे पहले फेस में 29 मई से हर दिन तीन-तीन घंटे के लिए खोला जाएगा।
दोपहर 12 से तीन बजे के बीच वाहन चालक इस टनल का इस्तेमाल कर सकेंगे। वाहनों का दबाव चेक करने के बाद इसे दूसरे फेस में पूरी तरह से खोलने पर जल्द निर्णय लिया जा सकता है।
मंगलवार दोपहर दिल्ली, गुरुग्राम के यातायात पुलिस और एनएचएआई के अधिकारियों ने टनल का मौका मुआयना कर वाहनों के लिए इसे पहले फेस में तीन-तीन घंटे के लिए खोलने का सर्वसम्मति से निर्णय लिया।
क्योंकि दोपहर के समय गुरुग्राम और जयपुर की तरफ से एयरपोर्ट जाने वाले वाहनों का दबाव रहता है। ऐसे में इस टनल के खुलने से वाहन चालकों को एयरपोर्ट पहुंचने में आसानी होगी।
वाहन चालकों को द्वारका एक्सप्रेसवे का अच्छा विकल्प मिलने से दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर भी वाहनों का दबाव कम हो सकता है। इससे यातायात सुगम होगा। गुरुग्राम यातायात पुलिस अधिकारियों ने कहा कि दूसरे चरण में टनल खोलने के लिए भी जल्द निर्णय लिया जाएगा।
बताया गया कि इस टनल में फिलहाल टू व्हीलर, थ्री व्हीलर, पानी टैंकर, गैस टैंक्टर, ट्रैक्टर-ट्राली व अन्य कम गति से चलने वाले वाहनों का प्रवेश वर्जित रहेगा।
गुरुग्राम भाग एक साल पहले ही हो चुका है शुरू
दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर संचालित खेड़कीदौला टोल प्लाजा के नजदीक से लेकर दिल्ली के महिपालपुर में शिवमूर्ति के सामने तक द्वारका एक्सप्रेसवे का निर्माण किया गया है। इसका गुरुग्राम भाग पिछले वर्ष ही चालू किया जा चुका है। दिल्ली भाग में टनल का निर्माण बाकी रह गया था।
अब न केवल टनल का निर्माण पूरा हो चुका है। एनएचएआई का प्रयास है कि इसे जल्द से जल्द पूरी तरह से चालू किया जाए ताकि दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर से ट्रैफिक का दबाव कुछ कम हो सके। दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे पर दिल्ली में धौलाकुआं से लेकर गुरुग्राम के मानेसर तक खासकर सिरहौल बॉर्डर तक ट्रैफिक का भारी दबाव है।
दिल्ली भाग के चालू होने के बाद मानेसर की तरफ से एयरपोर्ट जाने वाले द्वारका एक्सप्रेसवे का इस्तेमाल करेंगे। यही नहीं गुरुग्राम इलाके से एयरपोर्ट जाने वाले व एयरपोर्ट से गुरुग्राम की तरफ आने वाले वाहन चालक भी टनल का इस्तेमाल करेंगे। इससे धौलाकुआं से लेकर सिरहौल बार्डर तक काफी हद तक दोनों तरफ ट्रैफिक का दबाव कम होने की उम्मीद है।
प्रोजेक्ट एक नजर में
- 09 हजार करोड़ रुपये की लागत आई है प्रोजेक्ट के निर्माण पर लगभग
- 02 भागों में बांटकर अलग-अलग कंपनियों को दी गई निर्माण की जिम्मेदारी
- 2.5 किलोमीटर सुरंग का निर्माण द्वारका से लेकर दिल्ली-गुरुग्राम एक्सप्रेसवे के नजदीक तक किया गया है दिल्ली भाग में
- 4 किलोमीटर सुरंग का निर्माण महिपालपुर में शिवमूर्ति के नजदीक से पालम एयरपोर्ट तक किया गया है
- 30 मिनट लगेंगे लगभग मानेसर से पालम एयरपोर्ट पहुंचने में अधिक से अधिक टनल के शुरू हो जाने से
- 18.9 किलोमीटर हिस्सा गुरुग्राम में है द्वारका एक्सप्रेसवे का, बाकी 10.1 किलोमीटर हिस्सा दिल्ली में
- 23 किलोमीटर भाग एलिवेटेड और लगभग चार किलोमीटर भूमिगत (टनल) बनाया गया है
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