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Himachal News: हिमाचल में बनी 17 दवाओं के सैंपल फेल, CDSCO की जांच रिपोर्ट में खुलासा; लिस्ट में 57 मेडिसिन शामिल

सीडीएससीओ ने जुलाई महीने का ड्रग अलर्ट जारी किया है जिसमें 57 दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। इनमें से 17 दवाएं प्रदेश की हैं। फंगल इंफेक्शन आंख मिर्गी सहित कई बीमारियों से संबंधित दवाओं के सैंपल फेल पाए गए हैं। राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय ने संबंधित दवा उत्पादकों को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।

 सोलन। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) ने जुलाई का ड्रग अलर्ट जारी किया है। इसमें हिमाचल प्रदेश की 17 दवाओं सहित देश-विदेश के 57 सैंपल फेल हुए हैं।

राज्य दवा नियंत्रक कार्यालय से संबंधित दवा उत्पादकों को नोटिस जारी कर उत्तर मांगा गया है। इसके साथ ही खराब पाई गई दवाओं का स्टाक वापस मंगवाने का निर्देश दिया गया है।

हिमाचल की इन दवाओं के सैंपल हुए फेल

हिमाचल के किशनपुरा स्थित बोंसाई फार्मा में निर्मित फंगल इंफेक्शन की दवा ट्रेकोनाजोल, भटोलीकलां के हिग्गस हेल्थकेयर में निर्मित रिंगर लैकलेट सॉल्यूशन, किशनपुरा के बोंसाई फार्मा में निर्मित सीने में जलन की दवा मैडिपेंटो, बद्दी के अल्ट्रा ड्रग्स में निर्मित फंगल इंफेक्शन का ट्रेकोनाजोल कैप्सूल शामिल हैं।

वहीं, बद्दी की जेपी इंडस्ट्री में निर्मित मिर्गी की दवा कार्बमेजिपिन एक्सेटेंडिड, ऊना जिला के बोर्ड इंजेक्टेबल उद्योग में निर्मित अल्सर रोग की दवा केमड-सीएम, हिमाचल के एमसी फार्मास्यूटिकल्स में निर्मित गले व बुखार की दवा एजिले-500 व जिक 500, बद्दी की यूनिग्रो लैब में निर्मित दस्त के उपचार की दवा समरी-ओजेड, झाड़माजरी के लाइफ विजन हेल्थकेयर में निर्मित फैटी लीवर की दवा ओमेगा-3 शामिल हैं।

बद्दी के मार्टिन एंड ब्राउन बायो साइंस उद्योग में निर्मित सीने में जलन की दवा पेंटाप्रोजोल, सोलन के चंबाघाट के माइक्रो फार्मूलेशन में निर्मित फेफड़ों व साइनेस के संक्रमण के लिए इस्तेमाल होने वाली दवा अमोक्सिलिन एंड पोटाशिमय, बद्दी के मार्टिन एंड ब्राउन बायो साइंस में निर्मित अल्सर की दवा रेबप्रोजोल ई के दो, बद्दी की एल्विया केयर में निर्मित माहवारी की दवा स्टाप मस्ट, परवाणू के आर्ग हेल्थक्राफ्ट में निर्मित पेट के एसिड का पेंटाप्रोजोल इंजेक्शन व बद्दी के अल्ट्रा ड्रग्स में निर्मित सिरप टी-कफ का सैंपल फेल हुआ है।

 

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