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दिल्ली पुलिस अपने कर्मियों के परिवारों के लिए कल्याणकारी योजनाओं के फंड को बढ़ाने पर विचार कर रही है। पुलिस कल्याण सोसायटी बलिदानी कोष और शिक्षा कोष के माध्यम से आर्थिक सहायता दी जाती है। प्रस्ताव है कि इन योजनाओं की राशि में लगभग 10% की वृद्धि की जाए। विभिन्न परिस्थितियों में सहायता राशि प्रदान की जाती है जिसमें सेवा के दौरान मृत्यु होने पर 7 लाख रुपये मिलते हैं।

नई दिल्ली। बेहद कठिन परिस्थितियों में दिन रात ड्यूटी करने वाले जवानों के साथ अगर कोई घटना घट जाती है तो दिल्ली पुलिस वेलफेयर सोसाइटी की ओर से उनके स्वजन को आर्थिक सहायता देने के लिए कई कदम उठाए जाते हैं।

दिल्ली पुलिस कल्याण सोसायटी, बलिदानी कोष और शिक्षा कोष आदि के जरिये स्वजन को आर्थिक सहायता दी जाती है। वर्षों से ये योजनाएं चल रही हैं, जिसके तहत मिलने वाली राशि निर्धारित हैं। पुलिस विभाग अब इन योजनाओं की राशि करीब 10 प्रतिशत बढ़ाने पर विचार कर रहा है।

अगर किसी पुलिसकर्मी की नौकरी के दौरान किसी कारण घर में मौत हो जाती है तब पुलिस सेवा कल्याण विभाग की ओर से उसके स्वजन को सात लाख रुपये दिए जाते हैं। पिछले वित्तीय वर्ष एक अप्रैल 2004 से 31 मार्च 2025 के दौरान 228 कर्मियों की मौत हो गई जिनके उत्तराधिकारियों को सात-सात लाख रुपये की दर से 15.96 करोड़ रुपये दिए गए

इसके अलावा दाह संस्कार शुल्क के रूप में प्रत्येक को 20-20 हजार की राशि दी जाती है। ड्यूटी के दौरान अपने प्राण न्योछावर करने वाले कर्मियों के परिवार को 15-15 लाख रुपये और सीधे तौर पर अपराधियों से लड़ने के दौरान जांच गंवाने वाले स्वजन को 30-30 लाख रुपये दिए जाते हैं।

पिछले वित्तीय वर्ष में ड्यूटी के दौरान 20 कर्मियों की मौत हुई जिनके परिवार को तीन करोड़ की राशि वितरित की गई। बदमाशों से जूझने के दौरान मरने वाले दो कर्मियों के परिवारों को 60 लाख रुपये वितरित किए गए। बलिदानी हुए कर्मियों के स्वजन को इन दोनों योजनाओं के भी सात-सात लाख रुपये दिए गए।

विकलांग पुलिस कर्मियों को वित्तीय सहायता स्थायी विकलांगता के प्रतिशत के आधार पर दिल्ली पुलिस वेलफेयर सोसाइटी फंड से दो लाख तक की राशि दी जाती है। पिछले वित्तीय वर्ष में सात कर्मियों को यह राशि वितरित की गई। दिल्ली पुलिस कर्मियों के बच्चों को 15-15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति दी जाती है, जो डीपीईएफ से नियमित डिप्लोमा, शैक्षणिक और व्यावसायिक पाठ्यक्रम (स्नातक स्तर) कर रहे हैं।

इसके अलावा, पुलिस कर्मियों के बच्चों में से 10वीं और 12वीं कक्षा (प्रत्येक स्ट्रीम) में सबसे अधिक अंक लाने वाले शीर्ष तीन बच्चों को छात्रवृत्ति दी जाती है। प्रथम स्थान पाने वालों को 25 हजार, द्वितीय स्थान के वाले को 20 हजारी और तृतीय स्थान वाले को 15 हजार रुपये दिए जाते हैं।

पुलिस कर्मियों को विवाह ऋण के रूप में पुरुषों के लिए 1.50 लाख रुपये और महिलाओं के लिए तीन लाख की राशि 25 प्रतिशत वार्षिक ब्याज पर दी जाती है।

पिछले साल 1,740 पुलिसकर्मियों व 855 महिला कर्मियों को विवाह लोन दिया गया। पुलिस कर्मियों के बच्चों को उच्च शिक्षा के लिए शिक्षा लोन भी दिया जाता है। दो या अधिक वर्षों की अवधि के नियमित डिप्लोमा पाठ्यक्रम के लिए पांच-पांच लाख रुपये तक की राशि (पाठ्यक्रम की फीस के आधार पर) दी गई। इन योजना के अंतर्गत 273 पुलिस कर्मियों को 12.92 करोड़ रुपये की राशि दी गई।