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पाकिस्तानी रेंजर्स की हिरासत से रिहा होने के बाद बीएसएफ कांस्टेबल पूर्णम कुमार साव अपने घर रिसड़ा पहुंचे जहां उनका भव्य स्वागत हुआ। 21 दिनों तक हिरासत में रहने के बाद उन्हें अटारी-वाघा सीमा से लौटाया गया। हावड़ा स्टेशन पर उतरते ही लोग उनसे मिलने उमड़ पड़े। घर पहुँचने पर भी उनका जोरदार स्वागत हुआ भारत माता की जय के नारे लगे।

कोलकाता। पाकिस्तानी रेंजर्स की हिरासत से हाल में रिहाई के बाद बंगाल के हुगली जिले के रिसड़ा निवासी सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के कांस्टेबल पूर्णम कुमार साव शुक्रवार को पहली बार अपने परिवार से मिलने यहां अपने घर पहुंचे, जहां उनका जबरदस्त स्वागत किया गया।

करीब 21 दिनों तक अपनी हिरासत में रखने के बाद पाकिस्तानी प्राधिकारियों ने बीते 14 मई को साव को पंजाब में अटारी- वाघा सीमा के माध्यम से वापस लौटाया था। इसके बाद पंजाब के फिरोजपुर स्थित अपनी यूनिट में करीब एक सप्ताह बिताने के बाद बीएसएफ जवान साव शाम में पूर्वा एक्सप्रेस से हावड़ा स्टेशन पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। जैसे ही हावड़ा स्टेशन पर उन्होंने कदम रखा पूरा हुजूम उन्हें देखने और उनसे हाथ मिलाने के लिए उमड़ पड़ा। लोगों ने फूल-मालाओं के साथ उनका जबरदस्त स्वागत किया।

'भारत माता की जय' नारे से गूंज उठा आकाश

पूर्णम की सुरक्षा को देखते हुए हावड़ा स्टेशन पर पहले से भारी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था। ट्रेन से उतरने के बाद पूर्णम कड़ी सुरक्षा के बीच अपने घर हुगली के रिसड़ा के लिए रवाना हुए। शाम में घर पहुंचने पर वहां भी उनका जोरदार स्वागत किया गया। उनकी एक झलक देखने के लिए उनके घर के बाहर लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा था। फूल मालाओं और राष्ट्रीय झंडा देकर उनका स्वागत किया गया। इस दौरान उनके सम्मान में भारत माता की जय के नारे से पूरा रिसड़ा शहर गूंज 

वहीं, इस दौरान मीडिया से बातचीत में पूर्णम ने कहा कि यह सब आप लोगों की कृपा है कि मैं अपने देश वापस लौट पाया। मुझे अपने घर आकर बहुत अच्छा लग रहा है। वहीं, रिहाई के बाद पहली बार घर लौटे पूर्णम को देखकर पत्नी व बुजुर्ग माता-पिता सहित उनके परिवार के सदस्य अपनी खुशी के आंसू को नहीं रोक पाए। पूर्णम की वापसी पर पूरे रिसड़ा शहर में खुशी का माहौल है।

'बेटा घर आ रहा ये सबसे बड़ी बात'

जवान के पिता भोलानाथ साव ने कहा, आज हम जश्न मना रहे हैं। वह (पूर्णम) घर वापस आ गया है और यही सबसे बड़ी बात है। उन्होंने पाक से उसकी रिहाई के लिए एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्र सरकार व बीएसएफ का धन्यवाद किया।

मालूम हो कि पहलगाम आतंकी हमले के एक दिन बाद 23 अप्रैल को पूर्णम साव पंजाब के फिरोजपुर सेक्टर में ड्यूटी करते हुए अनजाने में पाकिस्तान के क्षेत्र में चले गए थे और पाक रेंजर्स ने उन्हें पकड़ लिया था। इसके करीब 21 दिनों बाद 14 मई को पाकिस्तान के अधिकारियों द्वारा अटारी-वाघा सीमा पर पूर्णम को बीएसएफ को वापस सौंपा गया था, जिसके बाद पूरे देश में खुशी देखी गई।