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बठिंडा में एक ऑटो चालक की शिकायत लेकर पुलिस चौकी पहुंचे व्यक्ति की चौकी इंचार्ज ने बेरहमी से पिटाई कर दी। घटना के बाद लोगों ने चौकी के सामने धरना प्रदर्शन किया। एसएसपी ने तुरंत कार्रवाई करते हुए चौकी इंचार्ज को लाइन हाजिर कर दिया और विभागीय जांच के आदेश दिए।

बठिंडा। एक सप्ताह पहले सीआईए-2 स्टाफ में कथित तौर पर पुलिस की प्रताड़ना के कारण एक युवक की मौत के लिए बदनाम बठिंडा पुलिस एक बार फिर विवादों में घिर गई है।

अब बठिंडा के कैनाल कॉलोनी थाने के अंतर्गत वर्धमान पुलिस चौकी के इंचार्ज एएसआई मनजीत सिंह द्वारा अपने साथी पुलिसकर्मियों की मदद से एक ऑटो चालक के खिलाफ शिकायत लेकर चौकी आए व्यक्ति की बेरहमी से पिटाई करने और उसकी पगड़ी उतारने का मामला सामने आया है।

गुस्साए लोगों ने चौकी के सामने दिया धरना

जिसके बाद चौकी इंचार्ज द्वारा कानून को अपने हाथ में लेने से गुस्साए लोगों ने चौकी के सामने धरना लगा दिया। अपने 'तीखे' भाषण के कारण हमेशा विवादों में रहने वाले उक्त पुलिस अधिकारी की इस बदमाशी का पता चलते ही इलाके के पार्षद से लेकर भाजपा जिला अध्यक्ष सरूप चंद सिंगला और अकाली दल के नेता जगदीप सिंह गहरी सहित अन्य गणमान्य लोग भी मौके पर पहुंच गए

जिसके बाद डीएसपी सिटी वन हरबंस सिंह धालीवाल और कैनाल कॉलोनी थाने के एसएचओ हरजीवन सिंह पुलिस चौकी पहुंचे और मौका मुआयना कर मामला एसएसपी के ध्यान में लाया।

एसएसपी अमनीत कौंडल ने प्रारंभिक सूचना के तुरंत बाद चौकी प्रभारी एएसआई मनजीत सिंह को लाइन हाजिर कर दिया गया और उसके खिलाफ विभागीय जांच के भी आदेश दे दिए गए हैं।

वहीं, अमरपुरा निवासी पीड़ित अमनदीप सिंह कोची ने पुलिस द्वारा की गई पिटाई के लिए बठिंडा के एक अस्पताल में मेडिकल जांच करवाई, जिसमें चोटों के कुछ निशान मिले हैं।

शुक्रवार की है पूरी घटना

जानकारी के अनुसार बीती शुक्रवार दोपहर करीब 3 बजे अमरपुरा बस्ती निवासी अमनदीप सिंह अपने एक अन्य दोस्त के साथ मोटरसाइकिल पर जा रहा था कि अचानक एक ऑटो चालक ने उसे कट मार दिया। जिससे उसकी मोटरसाइकिल ऑटो से जा टकराई। इसके बाद हुए विवाद में जब अमनदीप सिंह ने पीसीआर पर कॉल करके ऑटो चालक की शिकायत की, तो मौके पर पहुंचे थानेदार राम सरूप ने उसे थाने में शिकायत दर्ज करवाने को कहा।

पीड़ित युवक के अनुसार इसके बाद वह अपने पिता हर्षदीप सिंह को लेकर वर्धमान पुलिस चौकी पहुंचा। जहां मौके पर मौजूद चौकी प्रभारी एएसआई मनजीत सिंह ने उसकी एक न सुनी।

पीड़ित युवक के पिता हर्षदीप सिंह ने दावा किया कि इस दौरान तैश में आए थानेदार ने अपने साथी पुलिस कर्मचारियों की मदद से उसके सामने ही उसके बेटे अमनदीप सिंह की बेरहमी से पिटाई शुरू कर दी और उसे चौकी से बाहर निकॉल दिया था।

जिसके बाद उसने अपने बेटे को बचाने के लिए इलाके के पार्षद के अलावा अन्य लोगों को पुलिस चौकी बुलाया। काफी देर तक उसके बेटे को चौकी के अंदर बिठाएं रखने के बाद जब उन्हें मिलने नहीं दिया गया, तो लोगों ने नारेबाजी शुरू कर दी, जबकि कई राजनीतिक पार्टी के लोगों ने मौके पर पहुंचकर पुलिस की इस कार्रवाई पर सवाल उठाएं और धरना शुरू कर दिया।

डीएसपी ने संभाली स्थिति

मामला बढ़ता देख डीएसपी सिटी वन ने मौके पर पहुंचकर मामले को कंट्रोल किया और पुलिस चाैकी में बिठाएं गए पीड़ित युवक अमनदीप सिंह को छोड़ दिया गया। जिसके बाद मामले की जानकारी उच्चाधिकारियों को दी गई। एसएसपी ने तुरंत मामले में कार्रवाई करते हुए एएसआई मंजीत सिंह को लाइन हाजिर कर उसके खिलाफ विभगीय कार्रवाई शुरू कर दी है