
अवधेश शर्मा
बदायूं: अचानक से तेज धमाका होता है और बिल्डिंग में आग लग जाती है। धमाका होते ही अफरा-तफरी का माहौल बन गया। तेज आवाज में सायरन बजने लगा। एक ओर लोग जमीन पर लेट गए वहीं दमकल विभाग की गाड़ियां बिल्डिंग में आग बुझाने में जुट गईं। तेजी आई एंबुलेंस से स्वास्थ्य कर्मी घायलों को उठाकर जिला अस्पताल की ओर दौड़ पड़े। रात 8 बजे के बाद ब्लैक आउट होगा गया। शहर सहित देहात क्षेत्र में अंधेरा छा गया। लोग जहां थे वहीं खड़े हो गए।
यह कोई युद्ध या हमले की घटना नहीं, बल्कि आपात स्थिति से पहले निपटने के लिए किया जाने वाला मॉक ड्रिल यानि युद्ध के पहले का पूर्वाभ्यास था। जिसे बुधवार को पुलिस लाइन में किया गया। जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पर्यटकों पर हुए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच उपजे हालात और युद्ध जैसी परिस्थितियों से निपटने के लिए पूरे देश में मॉक ड्रिल का आदेश दिया गया था। इसी कड़ी में जिले में भी बड़े स्तर पर मॉक ड्रिल आयोजित किया गया।पुलिस लाइन में आयोजित मॉक ड्रिल के दौरान परिसर में स्थित बहुमंजिला इमारत में प्रतीकात्मक रूप से आग लगाकर दमकल कर्मियों ने तुरंत बुझाई और घायल लोगों को प्राथमिक उपचार देकर जिला अस्पताल एंबुलेंस के माध्यम से भिजवाया गया।
इस दौरान दमकल कर्मियों ने आग के विभिन्न स्वरूपों को कैसे बुझाया जाए इसका भी प्रदर्शन किया। रात 8 बजते ही ब्लैक आउट कर दिया गया। शहर से लेकर देहात क्षेत्र में लाइटें बंद करा दी गइ। डीएम अवनीश कुमार राय और एसएसपी ब्रजेश कुमार सिंह की मौजूदगी में मॉक ड्रिल किया गया। मॉक ड्रिल के बाद जिलाधिकारी ने कहा कि पहलगाम में हुये हमले को दृष्टिगत रखते हेतु सुरक्षात्मक उपाय अपनाने के लिए मॉक ड्रिल किया गया। यह रूटीन अभ्यास है। जिसे शासन के निर्देश पर किया जा रहा है। मॉक ड्रिल के माध्यम से लोगों को जागरूक किया जा रहा है जिससे आपात स्थिति से निटपने के लिए लोग तैयार रहें।
कलेक्ट्रेट बना कंट्रोल रूम
कलेक्ट्रेट आपात स्थिति से निपटने के लिए कंट्रोल रुम स्थापित कर दिया गया है। आपात स्थिति में लोग कंट्रोल के मोबाइल नम्बर 7505389289, 7505395940 तथा दूरभाष संख्या 05832-266049, 05832-266050 सहायता के लिए फोन कर सकते हैं।
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